Posted on 15 Nov, 2019 11:10 pm

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एक प्रेरणादायक फिल्म

बॉलीवुड में बच्चों के लिए उन्हें इंस्पायर करने के लिए उन्हें कुछ सबक सिखाने के लिए बहुत कम फिल्मे बनती हैं मगर अब एक ऐसी फिल्म यारो वी आर द बेस्ट आ रही है जो न सिर्फ बच्चो के लिए स्पेशल है बल्कि पैरेंट्स और स्कूल टीचर्स को भी देखनी चाहिए। बच्चों की फीचर फिल्म यारो वी आर द बेस्ट की एक विशेष स्क्रीनिंग बाल दिवस के अवसर पर 14 नवंबर को मुंबई के थियेटर मूवी स्टार गोरेगांव में पांच सौ स्कूली बच्चों के लिए आयोजित की गई थी। फिल्म में उन स्कूली बच्चों की कहानी को दिखाया गया है, जो माता-पिता के दबाव का सामना करते हैं और फिर भी वे साथी छात्रों को अपना प्यार और स्नेह दिखाते हैं, फिल्म खेल के मैदान में एक उत्साहजनक क्लाइमेक्स पर समाप्त होती है।

वरिष्ठ अभिनेता विक्रम गोखले अनंग देसाई सुलभा आर्य विरेन्द्र सक्सेना बृजेन्द्र काला राज जुत्शी फिल्म में मुख्य भूमिकाएँ निभा रहे हैं, जो उमेश मिश्रा और धर्मेश पंडित द्वारा निर्मित है जबकि सुनील प्रेम व्यास के द्वारा लिखित और निर्देशित है। ऑडियो लैब के सतीश पुजारी ने ओस्सो इंटरनेशनल एंटरटेनमेंट और धर्मेश पंडित प्रस्तुति यारो वी आर द बेस्ट के ऑडियो अधिकार लिए है। उन्होंने कई पत्रकारों के साथ होटल स्पाइस गोरेगांव में फिल्म का ऑडियो जारी किया। इस अवसर पर मीडिया कर्मियों के साथ निर्माता उमेश मिश्रा और धर्मेश पंडित भी मौजूद थे। 

ऊंची उड़ानें भरने दो जो दिल चाहे वो करने दो, मां सुनले ज़रा कहता है क्या दिल ये मेरा जैसे कई अच्छे गाने फिल्म में हैं। फिल्म बेहद भावनात्मक और प्रेरणादायक है। आज के दौर में विद्या को व्यापार बना कर रख दिया गया है लेकिन जी डी इंटरनेशनल स्कूल के बच्चो की दोस्ती की मिसाल पर यह फिल्म आधारित है। अजय अमीर है जबकि रघुवीर गरीब। दोनों पर फर्स्ट आने का उनके माता पिता ने इतना प्रेशर बना रखा है कि दोनों एक दूसरे के कम्पटीटर बन जाते हैं। रेस जीतने के लिए अजय एक चाल चलता है जिससे उसे मेडल भी मिल जाता है लेकिन यही मेडल अजय के मन पर बोझ बन जाता है। अजय रघु से माफी मांगता है और सच्चाई बयां करता है। अब अजय और रघु गहरे दोस्त बन जाते हैं और एक दूसरे की मदद करने का इरादा करते हैं। फिल्म का क्लाइमेक्स सीन देखकर आपकी आंखें भर जाएंगी। डायरेक्टर की प्रशंसा करनी होगी कि उन्होंने ऐसे सब्जेक्ट पर ऐसी उम्दा फिल्म बनाई है।

उललेखनीय है कि फिल्म निर्माता उमेश मिश्रा पिछले 45 वर्षों से इंडस्ट्री में काम कर रहे हैं। उन्होंने के सी बोकाडिया और मनमोहन शेट्टी जैसे लोगों के साथ काम किया है। फिल्म यारो.. को बिना किसी कट के सेंसर से यू सर्टिफिकेट मिला है। और अब यह जल्द ही सिनेमाघरों में रिलीज होने जा रही है। फिल्म बेहद इमोशनल है, इंस्पायर करती है बहुत कुछ सिखाती है।