Posted on 14 Jan, 2019 07:40 pm

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प्रख्यात अभिनेता स्वर्गीय टॉम ऑल्टर की आख़िरी फ़िल्म “किताब” की विशेष स्क्रीनिंग मुंबई के द व्यू में हुईं, जिसमें फ़िल्म जगत की नामी हस्तियाँ पहुँचीं। कमलेश के मिश्र की अवार्ड विनिंग शॉर्ट फ़िल्म  “किताब” देखने पहुँचे अभिनेता पंकज त्रिपाठी ने इस फ़िल्म पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि “किताब इस दौर की बेहद ही ज़रूरी फ़िल्म है। यह सच है कि मोबाइल और दूसरे गैजेट हमारे वक़्त पर क़ब्ज़ा जमा चुके हैं और ऐसे में किताबों के लिए स्पेस और वक़्त दोनों कम पड़ गया है.”

पंकज ने आगे कहा कि “किताब हर स्कूल और कॉलेज में दिखाई जानी चाहिए ताकि नई पीढ़ी जीवन में किताबों के महत्व को समझे।” उन्होंने आगे कहा कि ''मैं जीवन में जो कुछ हूँ उसमें किताबों का बड़ा योगदान है। डायेरेक्टर कमलेश के मिश्र के साथ अपने जुड़ाव को याद करते हुए पंकज ने कहा कि हम दोनों के रिश्ते में भी किताब एक कड़ी है। पंकज ने बताया कि उनके दादा जी हिंदी के प्रोफ़ेसर रहे हैं और डायरेक्टर कमलेश मिश्र कॉलेज में उनके छात्र रह चुके हैं।'

यह स्क्रीनिंग लेजेंडेरी अभिनेता को श्रधांजलि स्वरूप की गई। “किताब” फ़िल्ममेकर कमलेश के मिश्र की पहली शॉर्ट फ़िल्म है। दुर्भाग्यवश फ़िल्म के पोस्ट प्रडक्शन के दौरान ही टॉम ऑल्टर का देहांत हो गया। कमलेश ने यह फ़िल्म टॉम ऑल्टर को समर्पित की है। 25 मिनट की यह फ़िल्म किताब एक ऐसे लायब्रेरीयन की कहानी है जो ताउम्र किताबों से, अपनी लाइब्रेरी से और पाठकों से प्यार करता है। लेकिन इलेक्ट्रॉनिक गजेट्स के प्रभाव में जब किताब के पाठक लाइब्रेरी और किताबों से लगातार दूर होते जाते हैं तब वह बेचैन हो उठता है।