Posted on 15 Jul, 2019 04:30 pm

Likes - 1 632


स्वामी विवेकानन्द जी के कैरेक्टर को जीना एक चैलेंज था: हीरो राजन कुमार

चार्ली चैपलिन 2 के नाम से दुनिया भर में मशहूर हीरो राजन कुमार को अब एक और सम्मान से नवाजा गया है. जी हाँ, पिछली शाम को श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल, गाँधी मैदान, पटना में श्रुति कम्युनिकेशन ट्रस्ट एवं केवल सच पत्रिका के संयुक्त तत्वाधान में स्वामी विवेकानंद जी की ११७ वीं पुण्यतिथि को श्रद्धांजली महासभा के रूप में मनाया गया. इस अवसर पर हिंदी फिल्म 'नमस्ते बिहार' में उत्कृष्ट अभिनय के लिए हीरो राजन कुमार को स्वामी विवेकानंद केवल सच सम्मान 2019 से सम्मानित किया गया। खास बात यह रही कि इस अवसर पर राजन कुमार ने  स्वामी विवेकानंद जी के साज सज्जा में उपस्थित होकर युवाओं को प्रेरित किया. हीरो राजन कुमार ने संस्थापक और सह संपादक ब्रजेश मिश्रा का आभार व्यक्त किया जिन्होंने उन्हें इस सम्मान के लिए उनका चुनाव किया. उन्होंने आगे कहा कि स्वामी विवेकानंद जी की ११७ वीं श्रद्धांजली महासभा में मुझे सम्मान मिलना अपने आप में एक बड़ा अचीवमेंट है.

पटना में बारिश के मौसम में भी इस कार्यक्रम में राजन कुमार ने स्वामी विवेकानन्द के गेटअप में उपस्थित रहकर समां बांध दिया और यह फंक्शन कामयाब रहा। ब्रजेश मिश्रा द्वारा आयोजित इस प्रोग्राम में डीजीपी बिहार गुप्तेश्वर पांडेय, स्वामी सुखनंद जी, केदार पांडेय एम एल सी, एम एल ए सत्यार्थी जी, नागेन्द्र प्रसाद राय, अरविंद कुमार ज्योति, राजेश कुशवाहा और BFTAA आर्टिस्ट मौजूद थे।

आपको बता दें कि हाल ही में हीरो राजन कुमार को साप्ताहिक जीरो माइल द्वारा कला रत्न के सम्मान से भी नवाजा गया था. उल्लेखनीय है कि हीरो राजन कुमार की फिल्म नमस्ते बिहार ने बॉक्स ऑफिस पर कामयाबी हासिल की थी और अब उसी का नजीता है कि इस फिल्म में बेहतरीन अदाकारी के लिए उन्हें इस सम्मान से नवाज़ा गया. उन्हें इस बात की भी ख़ुशी है कि इस सम्मान समारोह में स्वामी विवेकानंद जी के गेटअप में उपस्थित होकर राजन कुमार ने युवाओं को प्रेरित किया. बल्कि उनके गेटअप और उनकी बॉडी लैंग्वेज को देखते हुए कई युवाओं ने उनके चरण स्पर्श किए। ऐसा ही दृश्य उस समय भी देखने को मिला था जब मुंबई के स्कॉन में राजन कुमार ने छत्रपति शिवाजी महाराज का रूप धारण किया था तो युवाओं ने उनके पैर छुए थे। राजन कुमार के अनुसार "इस तरह के अनुभवों से एक सुखद एहसास होता है। स्वामी विवेकानन्द जी के कैरेक्टर को जीना अपने आप में एक चैलेंज था लेकिन इस चुनौती को मैंने स्वीकार किया और मुझे बेहद अद्भुत अनुभूति हुई जब ऑडिएंस ने मुझे उस रूप में स्वीकार किया।"

राजन कुमार ने स्वामी विवेकानंद के किरदार को जीने के लिए बाकायदा तैयारी की। पिछले कुछ दिनों से उन्होंने नॉन वेज खाना बन्द कर दिया था, स्वामी जी के बारे में काफी रिसर्च किया, उनके बारे में जो भी जानकारी मिल सकती थी उन्होंने हासिल की ताकि वह एकदम विवेकानंद की तरह स्टेज पर और पूरे कार्यक्रम के दौरान दिखाई दें। इस तरह की ऐतिहासिक हस्तियों के किरदारों को इतनी शिद्दत और खूबी से पेश करके हीरो राजन कुमार ने यह स्पष्ट संकेत दे दिया है कि वह बॉलीवुड में पीरियड ड्रामा या हिस्टोरिकल मूवी में ऐसे ऐतिहासिक रोल करने के लिए तैयार हैं। इन दिनों बॉलीवुड में बायोपिक का ज़माना है ऐसे में यह सम्भव है कि दर्शक राजन कुमार को शीघ्र ही किसी ऐतिहासिक हस्ती की जीवनी को सिल्वर स्क्रीन पर प्रस्तुत करते दिखें।