Posted on 09 Apr, 2019 05:20 pm

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श्रीदेवी की बायोपिक करना चाहती हैं 'सौगंध' एक्ट्रेस शांतिप्रिया

अक्षय कुमार के साथ फिल्म सौगंध से बॉलीवुड में डेब्यू करने वाली एक्ट्रेस शांतिप्रिया ने ९० के दशक में 'फूल और अंगारे' 'मेहरबान' और 'इक्के पे इक्का' जैसी कई फिल्मो में अभिनय किया. 2011 में वे टीवी सीरीज द्वारकाधीश में दिखाई देने वाली एक्ट्रेस अब एक बार फिर लम्बे अंतराल के बाद फिल्मो में कमबैक कर रही हैं।

नब्बे के दशक से लेकर आज तक के माहौल में फिल्म इंडस्ट्री में आये बदलाव के बारे में शांतिप्रिया कहती हैं ''बेशक इतने समय में इंडस्ट्री में काफी बदलाव आए हैं, लेकिन इसी के साथ काम करने के बहुत से नए अवसर भी सामने आये हैं। आज आप देखें कि शोर्ट मूवीज और वेब सीरिज में जो कंटेंट सामने आ रहे हैं वे आश्चर्यचकित कर देने वाले हैं. मेरे पास कुछ वेब सीरिज का ऑफर भी आया है. ९० के दशक में आर्टिस्ट को शूटिंग से पहले स्क्रिप्ट नहीं मिलती थी, केवल राइटर्स सेट पर बता देते थे कि यह सीन है यह डायलॉग है. आजकल तो शूटिंग से तीन महीने पहले कलाकारों को स्क्रिप्ट मिल जाती है.''

अक्षय के साथ सौगंध और इक्के पे इक्का जैसी दो फिल्मे और कुल ३६ फिल्मे कर चुकी शांतिप्रिया ने हिंदी में सिर्फ ६-७ फिल्मे की हैं बाकी फिल्मे उन्होंने साउथ की भाषाओँ में की हैं. अपने फ्यूचर प्लान के बारे में वह बताती हैं ''देखिये कुछ फिल्मो के ऑफर्स तो आये हैं मगर मैं नाम नहीं बता सकती. उनमे मेरा महत्वपूर्ण किरदार है.''

अक्षय कुमार की अदाकारी में वह बड़ी तबदीली देखती हैं ''अभिनेता के रूप में अक्षय कुमार में काफी बदलाव आया है उन्होंने काफी ग्रो किया है हाँ, बतौर इंसान शायद वह अब भी वैसे ही हैं. आप उनकी पहली फिल्म 'सौगंध' देखें और आज उनकी 'केसरी' देखें तो उनकी एक्टिंग में काफी इम्प्रूवमेंट आया है. खास तौर पर डांस के मामले में उन्होंने काफी खुद को इम्प्रूव किया है. सौगंध के वक्त मुझे याद है कि डांस करते समय वह बहुत नर्वस हो जाया करते थे लेकिन आज वह बेहतरीन डांस भी करते हैं.''

शांतिप्रिया मदर टेरेसा की बायोपिक करना चाहती हैं. बकौल शांतिप्रिया ''श्रीदेवी की बायोपिक करने की भी मेरी ख्वाहिश है.'' शांतिप्रिया जिस तरह के किरदार निभाना चाहती हैं बताती हैं ''मैं वैसे किरदार अदा करना चाहती हूँ जिसे दर्शक थिएटर से बाहर निकल कर भी याद रखें भले ही दो घंटे की फिल्म में मेरा किरदार आधे घंटे ही का क्यों न हो?''